DNH के Gym में नियमों की अनदेखी, प्रशासन भी मौन - Jansagar News
DNH: सिलवासा में जिमों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन इनमें से कई जिम अवैध तरीके से संचालित हो रहे हैं। न तो इनका कोई रजिस्ट्रेशन है, और न ही उनके ट्रेनर किसी मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण वर्ग से जुड़े हुए हैं। लोग अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए जिम की ओर आकर्षित हो रहे हैं, लेकिन इन जिमों में इस्तेमाल की जाने वाली आधुनिक मशीनों का सही तरीके से उपयोग करना भी कई बार ट्रेनरों को नहीं आता।
अक्सर जिम मालिक केवल ट्रेनर की शारीरिक बनावट देखकर उन्हें नियुक्त कर लेते हैं, भले ही उन्हें सही प्रशिक्षण देने का कोई अनुभव न हो। इसका खामियाजा उन लोगों को भुगतना पड़ता है जो शुरुआती दौर में जिम में जाते हैं। बिना उचित मार्गदर्शन के, उन्हें सीधे मशीनों पर खड़ा कर दिया जाता है और पर्सनल ट्रेनिंग के नाम पर उनसे हजारों रुपए वसूल किए जाते हैं।
ये मुद्दा गंभीर है और इस पर प्रशासनिक कार्रवाई की आवश्यकता है। लोगों की सेहत के साथ इस तरह का खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।
दादरा एवं नगर हवेली में अवैध तरीके से चल रहे जिमों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। प्रशासन ने इन जिमों की जांच और ऑडिट के लिए कई महत्वपूर्ण पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कदम उठाए हैं। भारत में जिम संचालन के लिए कई विशेष नियम और कानून हैं जिनका पालन करना अनिवार्य है। इसके अलावा, जिम में लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं और महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्थाओं का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। यहाँ इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी जा रही है:
1. नियम और कानून:
- पंजीकरण: प्रत्येक जिम संचालक को अपने जिम का स्थानीय प्राधिकरण या नगर निगम के साथ पंजीकरण करवाना आवश्यक है। यह पंजीकरण जिम की वैधता और उसके द्वारा दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता को सुनिश्चित करता है।
- लाइसेंस: जिम संचालक को आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करना होता है, जो स्थानीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए जाते हैं। यह लाइसेंस यह सुनिश्चित करता है कि जिम स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों का पालन कर रहा है।
- फायर सेफ्टी: जिम में आग लगने की स्थिति से निपटने के लिए अग्निशमन व्यवस्था होना अनिवार्य है। इसके लिए फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट लेना आवश्यक होता है, जो यह प्रमाणित करता है कि जिम में आग से सुरक्षा के सभी आवश्यक उपाय किए गए हैं।
- स्वास्थ्य और सफाई: जिम को स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी मानकों का पालन करना चाहिए। इसमें साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन, और हवा के उचित आवागमन का ध्यान रखना आवश्यक है। जिम में नियमित रूप से उपकरणों और अन्य सुविधाओं की साफ-सफाई होनी चाहिए ताकि वहां आने वाले लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी न हो।
- बीमा: जिम संचालक को कर्मचारियों और सदस्यों के लिए बीमा का प्रबंध करना चाहिए। इसमें दुर्घटना और स्वास्थ्य बीमा शामिल होना चाहिए, ताकि किसी अप्रत्याशित घटना की स्थिति में लोगों को सुरक्षा मिल सके।
- प्रशिक्षकों की योग्यता: जिम में कार्यरत ट्रेनरों को प्रमाणित और मान्यता प्राप्त होना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होता है कि वे सदस्यों को सही तरीके से ट्रेनिंग दे सकते हैं और उनकी सुरक्षा का ध्यान रख सकते हैं।
2. सुविधाएँ:
- उपकरण और इंफ्रास्ट्रक्चर: जिम में आधुनिक और सुरक्षित उपकरणों का होना अनिवार्य है। इसके अलावा, शॉवर, चेंजिंग रूम, लॉकर्स, और पीने का पानी जैसी सुविधाएँ भी होनी चाहिए।
- स्वास्थ्य और सुरक्षा: जिम में आपातकालीन चिकित्सा किट और प्रशिक्षित स्टाफ होना चाहिए जो किसी भी आपात स्थिति में मदद कर सके। इसके अलावा, जिम के प्रत्येक सदस्य को प्राथमिक चिकित्सा संबंधी आवश्यक जानकारी दी जानी चाहिए।
- फिटनेस कक्षाएं: जिम में योग, ज़ुम्बा, और अन्य फिटनेस कक्षाओं की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए, जिससे लोग विभिन्न प्रकार की फिटनेस एक्टिविटीज में हिस्सा ले सकें और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकें।
3. महिलाओं के लिए विशेष सुविधाएं:
- अलग चेंजिंग रूम: महिलाओं के लिए अलग और सुरक्षित चेंजिंग रूम होना चाहिए। यह उनकी प्राइवेसी और सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।
- महिला ट्रेनर: महिलाओं के लिए महिला ट्रेनरों की व्यवस्था होनी चाहिए, जो प्रमाणित और प्रशिक्षित हों। इससे महिलाओं को फिटनेस ट्रेनिंग के दौरान सुविधा और सुरक्षा मिलती है।
- महिलाओं के लिए टाइम स्लॉट: अगर जिम में भीड़ अधिक होती है, तो महिलाओं के लिए अलग टाइम स्लॉट उपलब्ध करवाना चाहिए ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपनी फिटनेस पर ध्यान दे सकें।
- सुरक्षा: महिलाओं की सुरक्षा के लिए जिम में सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था होनी चाहिए। यह महिलाओं को सुरक्षित महसूस करने में मदद करता है और किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में सबूत उपलब्ध कराता है।
4.महिला ट्रेनर की मान्यता:
- महिला ट्रेनर को प्रमाणित फिटनेस संस्थान से मान्यता प्राप्त होना चाहिए। उन्हें फिटनेस, आहार, और सुरक्षा नियमों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए, ताकि वे महिलाओं को सही दिशा में गाइड कर सकें।
महिलाओं के लिए जिम में अलग से व्यवस्था होनी चाहिए और प्रत्येक पांच महिलाओं के लिए एक प्रशिक्षित महिला ट्रेनर अनिवार्य होनी चाहिए। लेकिन ऐसा कोई भी जिम नियमों का पालन नहीं कर रहा है। जिम मालिक नियमों की अनदेखी कर अपने लाभ के लिए काम कर रहे हैं। और यह चिंताजनक है कि सरकारी अधिकारी भी इन जिमों में जाते हैं, लेकिन वे भी इन नियमों से अनजान बने रहते हैं।
5. प्रशासन का नजर और नियंत्रण:
- नियमित निरीक्षण: स्थानीय प्रशासन द्वारा जिम का नियमित निरीक्षण किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वहां सभी नियमों और कानूनों का पालन किया जा रहा है या नहीं। यह निरीक्षण जिम की संचालन प्रक्रिया, सुविधाओं की गुणवत्ता, और सुरक्षा मानकों की जांच के लिए महत्वपूर्ण है।
शिकायत निवारण: जिम में शिकायत निवारण तंत्र होना चाहिए, जहां लोग अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकें। प्रशासन को इन शिकायतों पर ध्यान देना चाहिए और समय पर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि जिम संचालन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को दूर किया जा सके।
अवैध जिम पर कार्रवाई: प्रशासन को बिना लाइसेंस के चल रहे जिम पर कड़ी नजर रखनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इसके लिए प्रशासन को जिम संचालकों के रिकॉर्ड की नियमित जांच करनी चाहिए और जो जिम बिना लाइसेंस के चल रहे हैं, उन्हें बंद करवाना चाहिए।
इन सभी नियमों और मानकों का पालन करके जिम संचालक न केवल अपने जिम को कानूनी रूप से संचालित कर सकते हैं बल्कि अपने सदस्यों को सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं भी प्रदान कर सकते हैं। प्रशासन का कड़ा नजर और नियमित ऑडिट इन जिमों के सुचारू और सुरक्षित संचालन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
-Jansagar News Desk