अब घमोरियों के लिए पाउडर की जरूरत नहीं,आपके घर में है दवाई - Jansagar News/ No Powder for Ghamori
Sasaram(Bihar): आम तौर पर घमोरी गर्मी के मौसम में ही होता है.इस वर्ष की प्रचंड गर्मी और बढ़ते तापमान ने लोगों का जीवन दुश्वार कर दिया है.गर्मी उअर उमस भरे मौसम से ही घमोरी होता है.डॉक्टर बताते हैं की अक्सर शरीर के त्वचा में पसीने छोड़ने वाली ग्रंथियों के बंद होने से ही घमोरिया होती है.
त्वचा में मौजूद स्टेफिलोकोकस एपिडरमाइटिस नामक बैक्टीरिया, जो पसीने की नमी की वजह से स्किन में अपनी जड़ें जमा लेता है. ये बैक्टीरिया त्वचा के रोम छिद्र को बंद कर देते हैं, जिस वजह से पसीना शरीर से बाहर नहीं निकल पाता। इससे त्वचा पर दाने उभर आते हैं, जो घमौरियां कहलाती हैं.
बच्चे बूढ़े नौजवान सबको घमोरियां होती है,जिससे खुजली और जलन भी होने लगती है.मार्किट में सैकड़ों ऐसे पाउडर हैं जो घमोरियों के इलाज के नाम पर बिकते हैं.जिसके लिए आपको मोटी रकम ढीली करनी पड़ती है.कई पाउडर के साइड इफेक्ट्स भी होते हैं.
ghamori kya hota hai? इसमें त्वचा पर लाल छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं. ये दाने आमतौर पर गर्दन, छाती के ऊपरी भाग, कमर,के नीचे और कोहनी के बीच में होते हैं. इसका कारण पसीने की ग्रंथियों में रुकावट को माना जाता है. इसे डॉक्टरी भाषा में मिलियारिया या एक्रीन मिलियारिया के नाम से जाना जाता है. इसके अलावा इसे स्वेट रैश, हीट रैश, प्रिक्ली हीट नाम से भी जाना जाता है.
Ghamori Ke Symptoms
घमोरी के लक्ष्ण :
त्वचा पर फुंसी और लाल दाने का निकलना
त्वचा में खुजली के साथ दर्द का होना
एक ही जगह पर कई सारे लाल दाना का निकलना
खुजाने पर जलन देना और पानी निकलना
घमोरियों का घरेलु ईलाज :
अब हम बात करेंगे की बिना किसी पाउडर या दवाई के घमोरियों से तत्काल राहत कैसे पा सकते हैं.आइये जानते हैं कुछ ऐसे घरेलु चीजें जिसके द्वारा घमोरी से राहत मिलेगी.
दही : दही अक्सर सबके घरों में होता है और इसे आसानी से बनाया जाता है तथा सेवन भी करते है.दही में भी एंटी बैक्टीरियल गुण अथवा बैक्टीरिया को खत्म करने वाले गुण होते हैं.दही घमोरी वाले बैक्टीरिया से लड़ने में कारगर होता है.
एक कटोरी में दही लें और इसके बाद घमोरी वाले हिस्से पर लेप लगा दें और 20 मिनट बाद इसे धो लें.प्रतिदिन इसे एक बार जरुर करें,दो दिनों में घमोरी से राहत होगी.
आलू : आलू में एंटी माइक्रोबियल गुण भी मौजूद होता है. ऐसे में माना जाता है कि आलू घमौरी का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को पनपने से रोकने में मदद करता है, जिससे घमौरी की समस्या से निजात मिल सकती है.
आलू को स्लाइस में काट लें 10 मिनट के लिए फ्रिज में रख दें।इसके बाद आलू के टुकड़े को निकालकर घमौरी वाले हिस्से पर लगाएं। इसे दिन भर में एक से दो बार इसे आजमा सकते हैं.
खीरा : घमौरियों का रामबाण इलाज खीरा को माना जाता है. इसमें ठंडक होती है जो कि त्वचा को शांत रखने के साथ जलन, खुजली से राहत दिलाने में सहायक है. घमौरी होने पर त्वचा पर लाल दाने, जलन व खुजली की समस्या होने लगती है. घमौरी के लक्षणों से राहत पाने में खीरा फायदेमंद है।
खीरे को पतले स्लाइस में काट लें. अब कटे हुए खीरे को कुछ देर के लिए फ्रिज में रख दें. 10 से 15 मिनट बाद इसे फ्रिज से निकालकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं. ये तब तक लगाकर रखें जब तक इसकी गर्माहट न महसूस हो. दिन भर में एक से दो बार इस उपाय को आजमा सकते हैं.
- जनसागर न्यूज हेल्थ एक्सपर्ट
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