Chenari (Rohtas): जब सैयां भये कोतवाल तो डर कैसा. यह कहावत चेनारी थाना के चौकीदार पर सटीक सत्य साबित हो रहा है. अब उस रंगबाज चौकीदार की चर्चा पुरे चेनारी बाज़ार में होने लगी है.
चेनारी की महिला सावित्री देवी ने आज स्थानीय थाना में आवेदन देकर चेनारी डीह निवासी चौकीदार नारद पासवान उर्फ़ नरेद्र पासवान समेत उसके परिवार वालों पर कार्यवाई हेतु गुहार लगाई है. पीड़ित महिला सावित्री देवी का एक एक तालाब है जिसपर पूर्व से विवाद चल रहा है,जिसके बाद से वहां कोई गतिविधि नहीं होती है. पूर्व में चेनारी अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष द्वारा उक्त तालाब में मछली मारने पर रोक लगाई जा चुकी है.मामला DCLR के यहाँ चल रहा है.
इसी बिच आज दोपहर में चौकीदार नरेंद्र पासवान एवं उसके बेटों के द्वारा जबरन उस तालाब से हजारों रुपये की मछलियाँ निकाल ली गई हैं. सुचना मिलते ही तालाब के मालिक सावित्री देवी पति रघुवर प्रसाद गुप्ता ने पुलिस को सुचना दिया और पुरे घटना की विडियो क्लिप भी पुलिस को दिखाया गया लेकिन पुलिस मौन रही. घटना से सम्बन्धित आवेदन स्थानीय चेनारी थाना में दिया गया लेकिन पुलिस ने आवेदन की रिसीविंग तक नहीं दिया.
इसी बिच शाम को DSP दिलीप कुमार चेनारी थाना पहुंचे,जिसकी सुचना पर सावित्री देवी पुनः थाना गई और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को घटना से अवगत कराया जिसके बाद DSP ने तत्काल आवेदन की रिसीविंग देने को कहा.
पीड़ित सावित्री देवी ने बताया की आये दिन चौकीदार उक्त तालाब से मछलियाँ मार लेता है और वह मछलियाँ थाना के रसोई तक भी जाति है इसलिए उसके खिलाफ पुलिस कोई एक्शन नहीं लेती है.अगर इस तरह की रंगबाजी पुलिस महकमा के लोग ही करेंगे तो आम लोग कहाँ गुहार लगायेंगे.
उक्त चौकीदार पर पूर्व से ही महिला थाना में एक मुकदमा दर्ज है जिसका काण्ड संख्या 79/16 है.
बहरहाल अब देखना यह दिलचस्प होगा की पीड़ित महिला के आवेदन पर स्थानीय पुलिस कोई कार्यवाई करती है या नही ?
-चेनारी से धर्मराज गुप्ता के रिपोर्ट पर रत्नेश रमण पाठक द्वारा सम्पादित