काला हिरन शिकार मामले में चली गई Chenari के पूर्व थानाध्यक्ष शम्भू कुमार की नौकरी- Jansagar News Chenari
चेनारी (रोहतास) : शास्त्रों में भी कहा गया है की बुरे कर्मों का परिणाम भी बुरा ही होता है. यह कहावत सच साबित होता नजर आ रहा है. चेनारी के पूर्व थानाध्यक्ष शम्भू कुमार की नौकरी अब चली गई है. सरकार ने इन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया है. इनपर आरोप था की काला हिरण शिकार के आरोपियों को इन्होने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए छोड़ दिया था और अपने स्तर से जब्त हिरण के मांस और सिंग को ठिकाने लगाने की कोशिस की गई थी.
हम आपको बता दें की पिछले वर्ष 15 सितम्बर को चेनारी थानाध्यक्ष द्वारा लांजी निवासी राजू बेग को हिरण के मांस सिंग समेत बरामद किया था. लेकिन इस सम्बन्ध में चेनारी थानाध्यक्ष द्वारा कोई क़ानूनी कार्यवाई नहीं की गई नाही किसी वरीय पदाधिकारी को सुचना दिया गया,चुकी मामला वन विभाग से सम्बन्धित था फिर भी वन विभाग को भी खबर नहीं किया गया.
निजी लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से काले हिरण के मांस को छुपाते हुए गिरफ्तार शिकारी राजू बेग को पी आर बांड पर छोड़ दिया गया था.वन विभाग को जब इसकी सुचना प्राप्त हुआ तो उसके द्वारा काल हिरण का मांस सिंग समेत चेनारी थाना परिसर से बरामद किया गया,उक्त मामले में वन विभाग द्वारा चेनारी थानाध्यक्ष को भी नामजद अभियुक्त बनाया गया था.
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जब इस बात की जानकारी पुलिस अधीक्षक रोहतास को हुई तो उनके द्वारा तुरत संज्ञान लिया गया और मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक सासाराम से कराइ गई. पुलिस उपाधीक्षक के जांच रिपोर्ट से भी स्पष्ट हुआ की चेनारी थानाध्यक्ष शम्भू कुमार द्वारा पुरे प्रकरण में लापरवाही की गई है. उक्त जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अवर निरीक्षक शम्भू कुमार को निलंबित करते हुए उनके ऊपर विभागीय कार्यवाई संख्या 140/23 शुरू किया गया था. जिसमें स्पष्ट रूप से चेनारी के पूर्व थानाध्यक्ष शम्भू कुमार दोषी पाए गए हैं.
अब शाहाबाद प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआइजी) द्वारा शम्भू कुमार को दिनांक 01 जनवरी २०२४ से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया गया है. इस खबर से आमजनों में पुलिस पर भरोषा गहरा हुआ है.
-रत्नेश रमण पाठक द्वारा सम्पादित