कुवां जीर्णोधार के नाम पर लूट, मलदहा स्कूल में जा सकती है बच्चों की जान | Jansagar News | Prathmik Vidhyalya Maldaha, Shivsagar News |
शिवसागर (Shivsagar) Rohtas -स्थानीय प्रखंड क्षेत्र में जल जीवन हरियाली अभियान के तहत कुओं का जीर्णोद्धार करने के नाम पर खानापूर्ति कर दी गई है।कई पंचायतों के मुखिया के द्वारा कुआं का रंग रोगन कर बाहर से तो चकाचक कर दिया गया है,लेकिन अंदर का कचरा व पानी वैसा ही गंदा छोड़ दिया गया है।प्रखंड क्षेत्र के सिकरौर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 2 और 4 में प्राथमिक विद्यालय (मलदाहा) के प्रांगण में कुआं का जीर्णोद्धार किया गया है,परंतु वहा काम के नाम सिर्फ खानापूर्ति की गई है।जो उस विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों के लिए मौत का कुआँ बन सकता है, बच्चे उस कुँवा का कभी भी शिकार हो सकते हैं।
बताते चलें कि पिछले 2 महीने पहले ही जल जीवन हरियाली को लेकर अपने अस्तित्व को खो रहे कुओं का सर्वे कर उसका जीर्णोद्धार कराया गया था। लेकिन जीर्णोद्धार के नाम पर मुखिया के द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की जा रहा है।जिसका उदाहरण प्राथमिक विद्यालय (मालदहा)और मोहनिया गांव के पाल टोला का कुआं है। जहां पानी के नाम पर कुआं में पानी के अलावा बड़ी मात्रा में कूड़ा कचरा भरा है।ग्रामीणों ने कहा कि जब कुआं में साफ पानी ही नहीं होगा तो जीर्णोद्धार का मतलब क्या रह जाएगा। उपर से कुएं के दीवाल पर जीर्णोद्धार का शिलापट्ट लगाया जा रहा है।सिकरौर में कुआँ जीर्णोद्धार का काम कराया गया जो सिर्फ बाहर से रंग पेंट तक अंदर का कचरा और गंदा पानी ऐसे ही छोड़ दिया गया ।
प्राथमिक विद्यालय (मलदाहा) में हुए कुआँ जीर्णोद्धार को लेकर पंच उपेंद्र पांडेय ने कहा कि इस भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ा कुआँ का शिकार कभी भी विद्यालय के बच्चे हो सकते हैं।मुखिया द्वारा कुआँ को जो रॉड से ढका गया है वह समलम एक-एक फिट की दूरी पर लगाया गया है।जो पूर्ण रूप से काफी पतला और लचीला है जो अंगुलियों से दबाने पर ही झुक जाता है।उस कुआँ को न सफाई और न ही प्लास्टर किया गया है सिर्फ पेंट कर अधिकारियो के मिली भगत से पैसों की निकासी कर ली जा रही हैं।
-शिवसागर से अमित दुबे की रिपोर्ट