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Tuesday, June 6, 2023

Bikramganj: नगर परिषद् चुनाव में कौन हुआ आगे और कौन गया पीछे, पढ़ें पूरी रिपोर्ट |

Bikramganj Nagar Parishad चुनाव में कौन हुआ आगे और कौन गया पीछे, पढ़ें पूरी रिपोर्ट | Rohtas Hindi News | Bikramganj News Today

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बिक्रमगंज नगर परिषद् चुनाव में महज कुछ ही घंटे शेष बचे हैं. कल शाम तक चुनाव प्रचार का शोर थम जाएगा. इसके बाद नौ जून को वोटिंग होगी और 11 जून को चुनाव परिणाम भी सामने आ जाएंगे. ऐसे में अब वोटर्स भी मिजाज बना चुके हैं किसे चेयरमैन के लिए वोट करना है और किसे उप चेयरमैन चुनना है. 



जनसागर न्यूज की टीम ने पुरे नगर परिषद् क्षेत्र में अलग अलग लोगों से बात किया है और जानने का प्रयास किया है कि आखिर वोटर्स के मन में क्या चल रहा है.यह विश्लेष्ण सिर्फ चेयरमैन पद के लिए किया गया है. आंतरिक सर्वे के बाद रिपोर्ट कुछ चौकाने वाले निकल कर आये हैं. 


महज तीन-चार प्रत्याशी ही रहेंगे मुकाबले में
कुल 28 प्रत्याशी चेयरमैन की कुर्सी पर निगाहें टिका कर लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन सम्मानजनक वोट सिर्फ 3-4 प्रत्याशी ही प्राप्त कर सकते हैं. यहाँ सम्मानजनक वोट का मतलब लगभग 2000 मतों का प्राप्त करना है. लोगों ने बताया की दो हजार का आंकड़ा छूने वाले सिर्फ 3 से 4 प्रत्याशी ही होंगे. जिसमें गुप्तेश्वर प्रसाद,आरती कुमारी, सरसठ सिंह और घनश्याम कुमार का नाम चल रहा है.



बीते एक सप्ताह में निवर्तमान चेयरमैन के मतों में बड़ा सेंध लगा हुआ है,जिससे उनकी लड़ाई अब मुश्किल दिखने लगी है.हालाकिं उनका अपना स्वजातीय वोट लगभग 60 प्रतिशत उनके साथ खड़ा है. इधर एक और पूर्व चेयरमैन रबनवाज खान ने खुद को थोडा मजबूत किया है,इनके अपने वोट में इजाफा हुआ है लेकिन फिर भी लड़ाई से बाहर हैं. 


राजपूत समाज के दो प्रत्याशी एक दुसरे को कमजोर करने में लगे हुए हैं. मनोरंजन सिंह और सरसठ सिंह में मतों का विभाजन होगा जिसमें सरसठ सिंह आगे रहेंगे.ऐसा लोग कहते हैं. यादव समाज की एकमात्र महिला उम्मीदवार आरती कुमारी का ग्राफ भी पिछले दस दिनों में बहुत ऊपर उठा है.बाज़ार के एक यादव दूकानदार ने बताया कि यादव समाज उसी को वोट करेगा जो मजबूत प्रत्याशी होगा,जिसमें नंद जी सिंह का नाम आगे है. उसने चुनावी गणित को बारीकी से समझाते हुए बताया की तेंदुनी और धनगाई में एकतरफा रहेंगे नंद जी सिंह (आरती कुमारी के पति ). अब जो भी लडेगा इनसे ही लडेगा. हमने जब पूछा की अन्य यादव प्रत्याशी भी हैं तो उन्हें वोट क्यूँ नहीं मिलेगा ?  फिर उस दूकानदार भाई ने कहा कि अबतक हमसब देख रहे थे की कौन उम्मीदवार जोड़ लगा रहा है. अब नंद जी आगे हैं तो हमसब अपना वोट ताकतवर प्रत्याशी को ही देंगे.


इस चुनावी अखाड़ा में धनगाई गांव जबरदस्त आकर्षण का विषय बना हुआ है. जहाँ पांच वार्ड है. यहाँ कुशवाहा समाज और यादव समाज, मुश्लिम समाज और अन्य जाति के लोग रहते हैं. यहाँ के कुशवाहा वोट ज्यादातर विजयकांत देव को मिलेगा जबकि नंद जी सिंह को भी कुशवाहा समाज वोट कर रहा है. 


हमने जब पता लगाने की कोशिश किया तो पता चला की सिर्फ दो ही प्रत्याशी ऐसे हैं जिनको हर समाज से थोड़े बहुत वोट मिलेंगे और लगभग पूरी लड़ाई भी इन्ही दो के बिच हो सकती है. जिसमें गुप्तेश्वर प्रसाद और आरती कुमारी का नाम है. आरती कुमारी का वोट बहुत साइलेंट है लेकिन हर समाज में है. आरती कुमारी का कैंपेन भी बहुत इफेक्टिव है. धनगाई और तेंदुनी में ही इन्हें सर्वाधिक वोट मिल जाएगा. जबकि गुप्तेश्वर प्रसाद को उनके जाति का वोट मिलेगा साथ ही साथ उनके साथ जुड़कर काम करने वाले लोगो का वोट भी उन्हें मिलेगा. 


आखिर में हमने पता लगाने का कोशिश किया की क्या मुश्लिम समाज गुप्तेश्वर गुप्ता को वोट देगा ? 
तो पता चला की यह मुश्किल है.धनगाई के रहने वाले के मुश्लिम ठेले वाले ने बताया की गुप्तेश्वर गुप्ता भाजपा के आदमी है और मुसलमान भाजपा को वोट नहीं करेगा. यह सुनकर थोडा अजीब जरुर लगा लेकिन यह बातें कुछ हद तक सही साबित हुई. 


नोट फॉर वोट की बात छिड़ी तो निचले तबके के लोगों का नाम सामने आया.फिर उनसे बात किया गया तो उन्होंने सहमती जताई लेकिन एक भय का माहौल भी दिखा. नोट फॉर वोट वाले सिर्फ तीन प्रत्याशियों का नाम उनके द्वारा गिनाया गया और कहा गया की अगर पैसे लेकर हमने वोट दिया और वह चुनाव हारे तो हमसे वसूली केलिए अगले दिन घर पहुँच जाएंगे.इसलिए इसबार पैसे लेने में थोडा रिस्क है.


उपरोक्त सभी बातें लगभग डेढ़ सौ लोगों के साथ की गई बातचीत पर आधारित है. जमीनी सच्चाई इससे अलग भी हो सकता है.

जनसागर न्यूज डेस्क

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