नई सरकार के बावजूद भी नहीं सुधरी Nokha Nagar Parishad की सफाई व्यवस्था,कौन है जिम्मेवार ?
नोखा नगर पंचायत से अपग्रेड होकर अब नगर परिषद बन चुका है और नए सरकार की गठन भी हो चुकी है। चुनाव परिणाम के बाद क्षेत्र के करीब 13 हजार मतदाताओं को उम्मीद थी की नगर की साफ़ सफाई व्यवस्था अब ठीक होगी | लेकिन नई सरकार के आने के बाद भी अबतक उम्मीदों पर पानी फिर रहां है |
नए सरकार के गठन के बाद नगर अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष लगातार लोगो की समस्या वार्ड स्तरीय बैठक करके सुन रहे है।वैसे तो नोखा नगर में समस्याओं की भरमार है, लेकिन एक दो समस्या नोखा बाजार वासियों के लिए सिर दर्द बनी हुई है | जिसमे साफ सफाई प्रथम स्थान पर है जबकि दूसरे स्थान पर मुत्रालय अभाव होना है | बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों से महिला पुरुष और लड़कियां नोखा बाज़ार में खरीदारी करने आते हैं | लेकिन मूत्रालय अथवा उरिनल के नहीं होने से उन्हें जल्दी ही घर वापस लौटना पड़ता है | अन्यथा कहीं छिपने लायक जगह देखकर पेशाब करना पड़ता है | इस समस्या से उन्हें भरे बाज़ार में शर्मसार होना पड़ता है |
हो सकता है आने वाले दिनों में जगह जगह यूरिनल बनाने की योजना नगर की सरकार के पास प्रस्तावित हो लेकिन साफ़ सफाई के मामले में नगर परिषद बिलकुल फेल साबित हो रही है | बाज़ार के मुख्य मार्गों पर कचड़े का अम्बार लगा हुआ है | सब्जी मार्किट की स्थिति और भी बदतर है | स्थानीय दूकानदार भाइयों ने बताया की प्रतिदिन कचड़ा का उठाव नहीं होता है | कचडों के सड़ांध में अपना धंधा करने को हमसब मजबूर हैं |
हालाकिं साफ सफाई व्यवस्था के लिए दूकानदार नगर कार्यपालक पदाधिकारी को दोषी मानते हैं | उनका कहना है कि नागरिक सुविधाओं का संचालन एवं प्रबंधन अफसर का काम है लेकिन कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार का इस बात पर कोई ध्यान नहीं है |
-अजय भट्ट की रिपोर्ट