भगवान कुबेर व धनवंतरि की पूजा हेतु खरीददारी के लिए बजार में उमड़ी भीड़ | Rohtas District News | Jansagar News |
Rajpur (Rohtas): भगवान कुबेर व धन्वंतरि की पूजा हेतु खरीदारी के लिए शनिवार को स्थानिय बजार में बर्तन,गहना,पूजा-पाठ,पटाखा,किराना समेत मूर्ती व कैलेण्डर की दुकानों पर सुबह दस बजे से ही भीड़ उमडनी शुरु हो गई.देर शाम तक समुचा बाजार भीड़ से खचाखच भर रहा.जिस कारण बजार में पैदल चलने में भी परेशानी बनी रही.
ग्रामीण क्षेत्र का बाजार होने के बावजूद भी पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की संख्या ज्यादा देखी गई.दुकानदारों द्वारा धनतेरस व दिपावली की बिक्री हेतु अहले सुबह से हीं दुकान से समान बाहर निकाल संडक पर सजा दिये गये थे.जिसको ले बजार में रौनक बढ़ हुई थी.उपर से सज-धज कर बजार आये महिला व पुरूषों की भारी भीड़ ने चार चाँद लगा दिये.
धनतेरस की खरीददारी को ले ज्योतिषाचार्य पंडित अंजनी स्वामी ने बताया कि भारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य का स्थान धन से उपर माना जाता है.
एक पुरानी कहावत है कि पहला सुख निरोगी काया,दूजा सुख घर में माया.कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस कहते हैं.शास्त्रानुकूल आज हीं के दिन भगवान विष्णु जगत् के कल्याण हेतु चिकित्सा विज्ञान के विस्तार व प्रचार के लिए अपने हाथों में अमृत कलश ले धनवंतरि के रूप में अवतरित हुए थे.समुद्र मंथन के दौरान भगवान् धनवंतरि व माता लक्ष्मी का जन्म हुआ था.जिस कारण हीं धनतेरस को दोनों की पूजा एक साथ होती है.धनतेरस के दिन अपने सामर्थ्य के अनुसार किसी भी रूप में चांदी या धातु खरीदना अति शुभ माना जाता है.सुख समृद्धि की देवी माता लक्ष्मी की दिपावली को होने वाले पूजा से पूर्व भगवान् धनवंतरि की पूजा अनिवार्य मानी गई है.
राजपुर से रजनीकांत तिवारी की रिपोर्ट.....