बड़ी खबर : कमिशन के चक्कर में मुखिया-ग्राम सेवक के बिच ब्लॉक पर चले लात घुसे | Fighting in Mukhiya-Gram Sewak | Nokha Block Office Rohtas |
सरकारी योजनाओं के पैसे का बन्दरबांट की कहानी तो सबने सुनी होगी | लेकिन बन्दरबांट की बात मारपीट तक पहुँच जाए,ऐसा कम ही देखने को मिलता है | कल रोहतास जिले के नोखा प्रखंड कार्यालय पर ही मुखिया पति और ग्राम सेवक के बीच मारपीट की बात सामने आई है |
कल सोमवार को श्रीखिंडा पंचायत के मुखिया पति कमलेश सिंह और उसी पंचायत के ग्राम सेवक/ पंचायत सचिव रामप्रवेश पाण्डेय के बिच मारपीट हुई है | यह पूरी घटना योजना के कमिशन बंटवारे को लेकर घटी है | मुखिया पति कमलेश सिंह का आरोप है की बीते तीन-चार महीनों से कई योजनाओं का पैसा निकाशी नहीं हुआ है | जबकि कार्य मानक के अनुरूप पूर्ण हो चूका है | लेकिन ग्राम सेवक रामप्रवेश पाण्डेय लगभग दस लाख रुपया लटका कर रखा हुआ है | बदले में मोटी कमिशन की मांग की जा रही है |
इधर मारपीट के बाद रामप्रवेश पाण्डेय ने स्थानीय थाना में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया है | पुलिस पुरे मामले की जांच कर रही है | थाना को दिए गए आवेदन में ग्राम सेवक ने कहा है की मुखिया बिना काम कराए पैसा निकाशी का दबाव बनाते हैं |
ग्राम पंचायत के योजनाओं में चलता है कमिशन
रोहतास जिला के सभी ब्लॉक और ग्राम पंचायत में कमिशन का परंपरा चलता है | लगभग पुरे रोहतास का रेट भी बराबर है | कहीं कहीं के बीडीओ कमिशन के निर्धारित रेट से ज्यादा भी वसूली कर लेते हैं | यह सब मुखिया के समझ और कार्य पर निर्भर करता है |
ग्राम पंचायत में होने वाले कार्यों का रेट कुछ इस प्रकार है :
प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) + प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी (BPRO) : 6 %
कनिया अभियंता (Junior Engineer) : 5 %
ग्राम सेवक : 5 %
कार्यपालक सहायक : 2 %
प्रखंड के क्लर्क (बड़ा बाबु) : 1 %
कुल 19-25 प्रतिशत तक राशी कमिशन में बंट जाता है | इसके बाद बचे हुए राशी में मुखिया-ठेकेदार-अन्य खर्चे शामिल होते हैं | ऐसे में आप किसी भी कार्य के गुणवत्ता का अंदाज़ा लगा सकते हैं | कई बार पंचायतों में बिना काम हुए,पूरा पैसा निकाशी हो जाता है | ऐसे भ्रष्टाचार में बीडीओ की मुख्य भूमिका होती है |
आगे हम कुछ ऐसे पंचायत के घोटालों का भी पर्दाफास करेंगे,जहाँ लाखों की गड़बड़ी हुई है | पुरे प्रमाण के साथ हम प्रकाशित करेंगे |
Ratnesh Raman Pathak- Journalist