आज रोहतास जिले के दावथ प्रखंड अंतर्गत सुंदर गांव में अहले सुबह एक नवजात लावारिस स्थिति में खेत में फेंका हुआ मिला। सुबह सुबह टहलने निकले लोगो को जब रोते हुए बच्चे की आवाज सुनाई पड़ी तब पूरे गाँव मे हल्ला हो गया ।आनन फानन में गाँव सभी लोग उक्त खेत के पास एक जुट हो गए।
बच्चे की स्थिति को देखकर गाँव की ही एक नवप्रसूता ने उसे अपना दूध पिलाकर चुप कराया। हालांकि अभी तक यह पता नही चल पाया है कि इस बच्चे के माता-पिता कौन हैं ,कहा रहते है और ऐसी कौन सी परिस्थिती थी जिसमे में वह अपने नवजात को फेंकने पर मजबूर हुए।
गौरतलब है कि जिस नवजात बालक को उसके माता-पिता ने फेक दिया, लेकिन अब स्थिति पलट गई है उस नवजात के अपनाने के लिए दावेदारों की भीड़ उमड़ पड़ी है। वहाँ की स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने तुरन्त पुलिस को सूचना दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंची पुलिस बल ने नवजात को बेहतर स्वास्थ्य जांच के लिए PHC ले गई ।
ग्रामीणों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि कुछ लोग सुबह जब लोग घूमने के लिए निकले तो उन्होंने गांव के बाहर खेत में नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनी। तुरंत ही ये बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गई और मौके पर गाँव के लोगों की भारी भीड़ जुट गई।
उसी दौरान गाँव की ही नवप्रसूता प्रतिमा देवी को उस बच्चे का रोना नहीं देखा गया तो उन्होंने उसे गोद में ले लिया और सिने से लगाकर अपना दूध पिलाया।
वहाँ बड़ी संख्या में मौजूद लोगों में से कुछ उस नवजात बच्चे को गोद लेने की बात करने लगे। वही कुछ निस्संतान लोग बच्चे पर अपना दावा करने लगे। ऐसे में हालात को बेकाबू होते देख ग्रामीणों ने तुरन्त पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस नजदीकी PHC की एंबुलेंस को साथ लेकर पहुंची तत्पश्चात नवजात को बेहतर स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल ले गई।
उधर, बच्चे के स्वास्थ्य की जांच के उपरांत PHC प्रभारी डॉ. राणा प्रताप ने बताया कि बच्चे के उत्तम स्वास्थ्य के लिए स्थानीय अनुमंडल अस्पताल विक्रमगंज भेजा जा रहा है। बच्चे को सौंपने वाले विषय पर उन्होंने बताया कि बच्चे को किसे सौंपा जाएगा, इस सभी चीजों का फैसला चाइल्ड केयर यूनिट करेगी। उक्त विषय में संबंधित चाइल्ड केयर यूनिट के अधिकारियो को सूचित कर दिया गया है।
जनसागर न्यूज़ के लिए ब्रजेश कुमार की रिपोर्ट।